तुम्हारे शहर में नया था मैं और कुछ ख्वाब पुराने से, सभी अपने से लगते थे यहां और मैं तुम्हारे शहर में नया था मैं और कुछ ख्वाब पुराने से, सभी अपने से लगते थे यह...
मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात करते थे संघर मेरी दुनिया में, मेरे सबसे करीब थे, मेरे मां-बाप। वो दोनों दिन-रात...
तुमसे मेरी हर अभिलाषा तुमसे मेरी हर अभिलाषा
तुम्हारे होंठ तुम्हारे होंठ
तुम्हारे साथ का अनजान सफर तुम्हारे साथ का अनजान सफर
सिंदूरी आकाश ने खुद को अन्धकार में घेरने की तैयारी कर ली सिंदूरी आकाश ने खुद को अन्धकार में घेरने की तैयारी कर ली